कहां शुरू हुआ Crypto startup Haryana 2022

Crypto startup Haryana, India

  • कहां शुरू हुआ Crypto startup Haryana
  • क्या हरियाणा में बढ़ेगी क्रिप्टो माइनिंग
  • क्रिप्टो माइनिंग की तरफ रूझान बढऩे के आसार
  • cryptocurrency mining in india in hindi
  • रोहतक में क्यों शुरू हुआ Crypto startup Haryana

हरियाणा में क्रिप्टो स्टार्टअप /Crypto startup Haryana


स्टार्टअप का नाम जेहन में आते ही किसी छोटी कंपनी की शुरूआत करने का आइडिया-सा लगता है। ‘कहां शुरू हुआ Crypto startup Haryana विषय भी इसी से मिलता-जुलता विषय है। वैसे तो स्टार्टअप कई दशकों से चले आ रहे हैं परंतु यह नाम भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप अभियान के बाद ज्यादा चर्चित हुआ है।

अगर अर्थ के आधार पर सरकारी परिभाषा की बात की जाए तो ‘स्टार्टअप इंडिया’ भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है ताकि देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि ‘कहां लगा Crypto startup Haryana और आखिर स्टार्टअप होता क्या है।


क्या है स्टार्टअप ?


स्टार्टअप एक कंपनी अथवा इकाई है, जो भारत में पांच साल से अधिक समय से पंजीकृत नहीं है और जिसका वार्षिक व्यवसाय किसी भी वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ रुपये से अधिक नहीं है। यह वह इकाई है जो प्रौद्योगिकी या बौद्धिक सम्पदा से प्रेरित नये उत्पादों या सेवाओं के नवाचार, विकास, प्रविस्तारण या व्यवसायीकरण की दिशा में काम करती है।

क्योंकि हमारा आज के लेख का विषय ‘क्रिप्टो स्टार्टअप’ अथवा ‘कहां लगा हरियाणा में क्रिप्टो स्टार्टअप’ को लेकर है, जिसमें क्रिप्टो माइनिंग की जाती है। तो आइए अब बात करते हैं क्रिप्टो माइनिंग की :-


क्या है क्रिप्टो माइनिंग/ कहां लगा Crypto startup Haryana


माइनिंग का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले सोने,चांदी, हीरे या कोयले की खुदाई का ख्याल मन में आता है। परंतु हमारे लेख में जिस माइनिंग का जिक्र किया जा रहा है उसमें क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। आप को साथ-साथ यह भी बताते चलें कि ‘कहां लगा Crypto startup Haryana’। यह स्टार्टअप हरियाणा के रोहतक जिला में लगा है, जिसकी आजकल खूब चर्चा हो रही है।


कैसे होती है क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग ?


पिछले कुछ वर्षों से क्रिप्टोकरंसी cryptocurrency की लोकप्रियता तेजी से बढ़ती जा रही है। शुरुआत में तो सिर्फ बिटकॉइन (Bitcoin) क्रिप्टोकरंसी का ही नाम सुनने को मिलता था, लेकिन अब उसकी तर्ज पर बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी बन गई हैं। इसकी बढ़ती कीमत व लोकप्रियता के चलते क्रिप्टोकरंसी के नाम पर बहुत सारे फ्रॉड भी होने लगे हैं।

कमाल की बात यह है कि जहां एक ओर लोग क्रिप्टोकरंसी के प्रति आकर्षित होते जा रहे हैं, वहीं भारत सरकार इसको लेकर सख्त रूख अपनाए हुए है। क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करने वाली लॉबी भारत में इसे रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने के लिए लगातार सरकार पर दबाव बना रही है। आप सभी ने क्रिप्टोकरंसी के साथ-साथ एक नाम और सुना होगा, वह है ब्लॉकचेन टेक्रोलॉजी, क्रिप्टोकरंसी माइनिंग आदि।

आइए आज सरल भाषा में जानते हैं कि ब्लॉकचेन टेक्रोलॉजी व क्रिप्टोकरंसी माइनिंग क्या होती है :-

क्रिप्टोकरंसी माइनिंग क्या है ?


दोस्तो, जिस तरह आजकल हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है। लेकिन जहां तक क्रिप्टोकरंसी का मामला है, क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले और उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा माध्यम कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं। इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह से माइनिंग होती है।


क्रिप्टोकरंसी माइनिंग में एडवांस मशीनों की होती है जरूरत


क्रिप्टोकरंसी भी वर्तमान दौरा में काफी बहुमूल्य है। हां , पिछले कुछ माह से अवश्य इसमें डाऊनफॉल आया है। क्रिप्टोकरंसी माइनिंग एक तरह से कीमती धातुओं की माइनिंग की तरह है। जैसे सोना, चांदी या हीरे को माइनिंग करके निकाला जाता है, उसी तरह क्रिप्टो के माइनर्स सर्कुलेशन में नए कॉइन रिलीज करते हैं। इसके लिए ऐसी कंप्यूटरकृत मशीनों को काम पर लगाया जाता है जो गणित के जटिल समीकरणों को सुलझाते हैं।

इन समीकरणों की जटिलता लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ-साथ माइनर्स ने प्रुफ-ऑफ-वर्क को सुलझाने के लिए और अधिक एडवांस्ड मशीनों को लगाया है। ऐसे में माइनर्स के बीच प्रतिस्पद्र्धा बढऩे से क्रिप्टोकरंसी की कमी भी बढ़ी है।


कौन कर सकता है क्रिप्टोकरंसी माइनिंग ?


क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग इतनी आसान नहीं है। क्योंकि अगर यह माइनिंग इतनी सरल होती तो हैकर्स कभी के इन क्रिप्टोकरंसीज के सभी क्वाइनस को चुरा लेते। आपको बता दें कि इस क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग के लिए ऐसे कम्प्यूटर चाहिएं, जिनमें जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथमेटिक इक्वेशंस को जल्द से जल्द हल करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर लगे हों।

क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन के आरंभिक दिनों की बात करें तो शुरू-शुरू में इसे होम कम्प्यूटर के माध्यम से एक सिंपल सीपीयू चिप से माइन किया जा सकता था, लेकिन तकनीक बदलने व हैकर्स के डर से इसमें काफी सुधार किया गया है और अब इतना आसान नहीं रह गया है। आज इसके लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

इसे हर वक्त मजबूत व निरंतर इंटरनेट कनेक्शन के साथ जोड़े रखना पड़ता है। हर क्रिप्टोकरंसी के माइनर के लिए ऑनलाइन माइनिंग पूल का सदस्य होना जरूरी है। इस माइनिंग में क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस को पहले ब्लॉकचेन पर वैलिडेट किया जाता है फिर साथ ही सिस्टम को भी सुरक्षित करना होता है

रोहतक (हरियाणा) में लगा Crypto startup Haryana


कभी दूध-दही के खाने के लिए हरियाणा राज्य मशहूर होता था। पिछले डेढ़ दशक से खेलों में आगे बढऩे के कारण हरियाणा के खिलाडिय़ों की पूरे देश में चर्चा हुई। अब उद्योग के लिए लागू की गई औद्योगिक नीति ने निवेशकों के लिए हरियाणा को निवेश गंतव्य-स्थल बना दिया है। यही नहीं अब तो हरियाणा में क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Crypto startup Haryana) भी होने लगी है। जी, हां हरियाणा के रोहतक में क्रिप्टो माइनिंग भी शुरू हो गई है।

क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग करने वाली फर्म का नाम ‘न्यू एज सॉफ्ट एसओआई’ New Edge Soft Sol  बताया गया है। इस माइनिंग फर्म में 300 से अधिक ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPU) का इस्तेमाल हो रहा है। क्रिप्टोकरंसी माइनिंग को समुचित ढंग से चलाने के लिए इस यूनिट पर प्रति माह लगभग 3 लाख रुपये तो अकेली बिजली पर खर्च किए जा रहे हैं।


एथेरियम Ethereum की माइनिंग मशीन लगी हरियाणा में/Crypto startup Haryana


एनडीटीवी साइट के अनुसार इस क्रिप्टोकरंसी एथेरियम माइनिंग फर्म में तीन इंजीनियर विभिन्न शिफ्टों में काम करते हैं जो कि लगातार उन मशीनों की निगरानी करते हैं जो Ethereum की माइनिंग करती हैं। आपको पहले ही बताया जा चुका है कि माइनिंग में क्रिप्टोकरंसी ट्रांजैक्शंस को ब्लॉकचेन पर वैलिडेट किया जाता है, फिर इन ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के साथ ही मशीनी-सिस्टम को भी सुरक्षित करना होता है।

पूरे विश्व के कंप्यूटर्स जो इस माइनिंग प्रोसेस से जुड़े होते हैं, वो सब इसे प्रूफ-ऑफ-वर्क के साथ कर सकते हैं। इसको जटिल एल्गोरिद्मिक प्रॉब्लम को हल करना भी कहा जाता है। इसके लिए मशीन की स्पीड और ताकत महत्वपूर्ण होती है।

रोहतक की इस फर्म New Edge Soft Sol  की शुरुआत एम.टेक की डिग्रीधारी प्रदीप ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर कोरोना महामारी के दौरान की थी। यह दंपत्ति खुद के लिए तो माइनिंग करता ही है, साथ ही अपनी मशीनों पर ऐसे अन्य ग्राहकों को भी सर्विस देता है जो एथेरियम क्रिप्टोकरंसी में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं परंतु उनके पास स्वयं के संसाधन नहीं हैं।


बिजली का कितना खर्च आता है क्रिप्टोकरंसी माइनिंग में ?


क्रिप्टोकरंसी माइनिंग करने में कितनी मशीनों का प्रयोग किया जाता है, यह संबंधित फर्म की क्षमता पर निर्भर होता है। और, बिजली का खर्च भी मशीनी क्षमता के आधार पर ही होता है। जहां तक रोहतक की ‘न्यू एज सॉफ्ट एसओआई’ New Edge Soft Sol  फर्म की बात है, इसमें 14 गीगाहैश के माइनिंग सेंटर में बिजली की करीब 35,000 यूनिट्स की खपत होती है।

मशीनों की रिग्स से निकलने वाली गर्म हवा को भवन की छत पर लगी एक बड़ी टर्बाइन खींचती है और एक कूलर द्वारा ताजा हवा को बाहर से अंदर भेजा जाता है ताकि भवन व मशीनों का तापमान सही रहे। इस माइनिंग फर्म के साथ मौजूद एक कमरे में इंजीनियर रिग के डेटा पर पैनी नजर करते हैं। इसमें क्लाइंट, तापमान और आउटपुट के बारे में जानकारी शामिल होती है। आप को बता दें कि रिग क्रिप्टो माइनिंग के लिए जरूरी हार्डवेयर में शामिल एलिमेंट्स का सिस्टम होता है।


रोहतक में क्यों शुरू हुआ Crypto startup Haryana ?

देश की राजधानी के नजदीक गुरूग्राम व फरीदाबाद हरियाणा प्रदेश के ऐसे जिले हैं जिनको एनसीआर में होने का खूब फायदा मिला है। हजारों आईटी व अन्य क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियां गुरूग्राम जैसे उन्नत शहर में अपने कार्यालय चला रही हैं। ऐसे में एथेरियम ‘न्यू एज सॉफ्ट एसओआई’ New Edge Soft SOI नामक इस फर्म द्वारा रोहतक को क्रिप्टो माइनिंग के लिए चुनने के पीछे एक बड़ा कारण क्या हो सकता है।

फर्म Crypto startup Haryana के संचालक इस शहर में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग आरंभ करने के पीछे भवन का रेंट व अन्य चीजों का सस्ता होना बता रहे हैं। इस वर्ष के बजट में सरकार ने कहा था कि क्रिप्टो माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को एक्विजिशन की कॉस्ट के तौर पर नहीं माना जाएगा और इसके लिए डिडक्शन की अनुमति नहीं होगी। सरकार के इस फैसले से क्रिप्टो माइनिंग करने वालों को काफी झटका लगा था।

अगर क्रिप्टोकरंसी के बारे में आप रूचि रखते हैं तो याद होगा कि चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर बैन लगाया था। हैरत की बात यह है कि इन सबके बावजूद विकसित देश कहे जाने वाले अमेरिका समेत बहुत से देशों में क्रिप्टो माइनिंग बढ़ी है। रूस की सरकार ने क्रिप्टो माइनिंग को बढ़ावा देने की योजना भी बनाई है।

क्योंकि क्रिप्टो माइनिंग में बिजली की बहुत ज्यादा खपत होती है ,इसलिए कुछ देशों ने क्रिप्टो माइनिंग विरोध भी किया है। ईरान ने इसी कारण पिछले दिनों अपने देश में क्रिप्टो माइनिंग पर अस्थायी रोक लगानी पड़ी है।

FAQ : –

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Yes, there is a lots of knowledge …

Is crypto mining illegal ?

Bitcoin ownership and mining are legal in a growing number of countries. Algeria, Egypt, Morocco, Bolivia, Ecuador, Nepal, and Pakistan were among the countries where it was illegal, according to a 2018 report.

How long does it take to mine 1 Bitcoin ?

The average time for generating one Bitcoin is about 10 minutes, but this applies only to powerful machines. The speed of mining depends on the type of Bitcoin mining hardware you are using.

Is crypto mining safe ?

Cryptocurrency-mining malware can impair system performance and risk end users and businesses to information theft, hijacking, and a plethora of other malware. And by turning these machines into zombies, cryptocurrency malware can even inadvertently make its victims part of the problem.

How do I start mining cryptocurrency ?

Mining cryptocurrencies is an easy process if you follow all the steps properly.
Step 1: Buy Appropriate Computer Hardware. …
Step 2: Setup a Cooling System. …
Step 3: Setup a Wallet. …
Step 4: Download Mining Software. …
Step 5: Join a Mining Pool. etc.

In which city start Crypto startup Haryana

Rohtak, Haryana

मेरे विचार :


क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। यह हाई रिस्की है। मैं किसी भी पाठक को इस लेख के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी लेने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहा हूं। Crypto startup Haryana लेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी उपलब्ध करवाना है। आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते वक्त किसी अच्छे जानकार से सलाह अवश्य लें। उक्त लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट व अन्य संचार माध्यमों से एकत्रित की गई है। . . . . एडमिन

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