बच्चे के साथ ही एक मां का भी जन्म होता है। कोई भी नई मां अपने बच्चे की ही तरह बिल्कुल अबोध होती है।

माँ को अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है। 

सभी माँए अपने बच्चे के नहाने, खाने से लेकर बच्चों को कपड़े पहनाने तक की बातों को लेकर चिंतित रहती हैं 

 बच्चे को गर्मियों में भी गर्म कपड़े और ठंड के मौसम में जरूरत से ज्यादा कपड़े पहनाने की जरूरत नहीं होती।

बेबी को हमेशा आरामदायक और ढीले कपड़े पहनाएं। बच्चों के शरीर से काफी ज्यादा हीट निकलती है। 

 यदि अभी-अभी मां बनी हैं, तो यह जान लें कि आपके बच्चे की ग्रोथ के लिए सबसे जरूरी है मां का दूध

नए जन्मे बच्चे के शरीर में नाल (umbilical cord) लगी होती है,  जिसे सूखने में थोड़ा समय लगता है। नाल उतरने से पहले तक बच्चे को नहलाना नहीं चाहिए। 

बच्चे को दूध पिलाने के बाद उन्हें डकार दिलाना जरूरी है। क्योंकि दूध पीने के दौरान बच्चे के पेट में हवा भर जाती है। 

नवजात शिशु को नहलाते वक्त कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें। नवजात शिशु को हफ्ते में 3 बार से ज्यादा न नहलायें।