1 जून 2022 से कितना महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस/How much increase Vehicle Insurance Premium/ कितना महंगा हुआ होम लोन,क्यों जरूरी है व्हीकल इंश्योरेंस करवाना, क्या नियम हैं व्हीकल इंश्योरेंस के लिए, थर्ड पार्टी बीमा क्या होता है?

एक जून 2022 से कितना महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस, कितना महंगा हुआ होम लोन,क्यों जरूरी है व्हीकल इंश्योरेंस करवाना, क्या नियम हैं व्हीकल इंश्योरेंस के लिए, थर्ड पार्टी बीमा क्या होता है ?

  • एक जून 2022 से कितना महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस
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  • क्यों जरूरी है व्हीकल इंश्योरेंस करवाना
  • क्या नियम हैं व्हीकल इंश्योरेंस के लिए
  • थर्ड पार्टी बीमा क्या होता है?

दोस्तो, इन सभी सवालों के जवाब हम इस लेख के माध्यम से देंगे,क्योंकि व्हीकल इंश्योरेंस को लेकर लोगों में काफी भ्रम की स्थिति बनी रहती है कि बीमा करवाएं या नहीं? कई बार व्हीकल इंश्योरेंस न करवाने के कारण गाड़ी के चालक या मालिक को काफी नुकसान उठाना पड़ जाता है। इतना महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस.आखिर क्यों महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस.

एक जून से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस

लेट-लतीफ वाहन चालकों के लिए यह बुरी खबर हो सकती है कि एक जून 2022 से व्हीकल इंश्योरेंस महंगा हो गया है। हालांकि व्हीकल इंश्योरेंस के महंगा होने की खबरें काफी दिनों से सुर्खियों में थी।

समझदार लोग तो एडवांस में मई माह में ही अपनी गाड़ी का व्हीकल इंश्योरेंस करवा गए,कुछ सुस्त लोग खबर को जानकर भी नहीं जागे तो उनको अब एक जून से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस ही खरीदना पड़ेगा।

क्यों जरूरी है व्हीकल इंश्योरेंस करवाना

आपको ज्ञात होगा कि भारत में गाड़ी खरीदने वाले हर व्यक्ति के लिए वाहन बीमा यानी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना अनिवार्य है। बेशक आप कार खरीदें या बाइक/स्कूटर या कोई कमर्शियल गाड़ी, बिना बीमा के सार्वजनिक स्थल पर वाहन चलाना, मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार एक दण्डनीय अपराध है। इस कानून के तहत व्हीकल इंश्योरेंस के अलावा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस Third Party Insurance लेना भी अनिवार्य है।

व्हीकल इंश्योरेंस न करवाएं तो क्या नुकसान होगा

आजकल लोग अच्छी से अच्छी गाड़ी खरीदने की कोशिश करते हैं, परंतु गाड़ी का बीमा करवाने में लापरवाही बरतते हैं जिसका कई बार भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। व्हीकल इंश्योरेंस न सिर्फ गाड़ी के मालिक को आर्थिक नुकसान की भरपाई करता है, बल्कि कई तरह की कानूनी मुश्किलों से भी बचाता है।

थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के तहत व्हीकल से सडक़ पर चलने वाले किसी व्यक्ति या अन्य को या किसी प्रॉपर्टी को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाता है। ऐसी घटना के कारण वाहन के मालिक/ड्राइवर पर बनने वाली कानूनी देनदारियों का निपटारा इसी पॉलिसी के अंतर्गत आता है।

कानून तो यह कहता है कि अगर आपके व्हीकल की लास्ट डेप्रिशिएशन वैल्यू (LDV) अगर जीरो भी बची है, तो भी आपको थर्ड पार्टी इंश्योरेंस करवाना पड़ेगा।

क्या कहते हैं व्हीकल इंश्योरेंस के नए नियम

आपकी नॉलेज के लिए बता दें कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी नए टू-व्हीलर ओनर्स के लिए 5 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, कार व अन्य कमर्शियल व्हीकल्स के मामले में कम से कम 3 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अनिवार्य किया गया है।

यह आदेश 1 सितंबर 2018 से पूरे देश में लागू हो चुके हंै। अगर किसी ने व्हीकल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस नहीं करवा रखा है तो पकड़े जाने पर 2000 रुपये फाइन लगाने का प्रावधान है।

क्या-क्या नुकसान कवर होता है व्हीकल इंश्योरेंस में

 महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस
महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस

अगर किसी गाड़ी का मालिक अपने व्हीकल का इंश्योरेंस करवाता है तो इसमें उसी की भलाई है। जरा-सी चूक जी का जंजाल बन सकती है। उसकी गाड़ी से कोई नुकसान हो गया तो बिना व्हीकल इंश्योरेंस वाले व्यक्ति को स्वयं अपने खाते से देनदारी करनी पड़ेगी। कब से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस. क्योंकि अब एक जून 2022 से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस। ऐसे में हम आपको बता दें कि व्हीकल इंश्योरेंस में क्या-क्या नुकसान कवर होता है:-

1. गाड़ी से किसी व्यक्ति की मौत या शारीरिक क्षति होने पर

2. आपकी गाड़ी दूसरे व्यक्ति की गाड़ी से टकराने पर या उसमें लगे इक्विपमेंट को नुकसान होने पर

3. आपकी गाड़ी से किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति, घर, दीवार, या सामान को नुकसान होने पर आपका व्हीकल इंश्योरेंस कवर करने के काम आता है।

वाहन बीमा कितने प्रकार का होता है Types of Vehicles Insurance in Hindi

समाज में आज भी कई ऐसे लोग हैं जो लाखों, करोड़ों रूपए की गाड़ी खरीदने के बाद भी व्हीकल इंश्योरेंस, प्रदूषण जांच प्रमाण-पत्र लेने से बचते हैं और गाड़ी Parking में खड़ी करने की बजाये सडक़ किनारे खड़ी करके खरीददारी करने लग जाते हैं।

थोड़े से पैसे बचाने के लालच में कई बार बड़ा नुकसान उठाना पड़ जाता है। आर्थिक नुकसान से बचने व कानूनी झमेले से बचने के लिए प्रत्येक गाड़ी के मालिक को व्हीकल इंश्योरेंस अवश्य करवाना चाहिए। 

इस लेख में हम जानेंगे कि वाहन बीमा क्यों आवश्यक होता है और इससे क्या फायदे होते हैं। साथ ही हम जानेंगे कि वाहन बीमा वाहन बीमा कितने प्रकार का होता है ?

वाहन बीमा के प्रकार Types of vehicle Insurance

1. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी- Third Party Insurance Policy

अगर आपकी गाड़ी से किसी अन्य व्यक्ति की गाड़ी ,व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान पहुंचता है, तो उसकी भरपाई Third Party Insurance Policy के माध्यम से होती है। ऐसी घटनाओं के बाद, मुआवजा निर्धारण के लिए कुछ कानूनी प्रक्रियाएं अवश्य होंगी परंतु उनसे निपटने की जिम्मेदारी भी इंश्योरेंस कंपनी की होती है।

यही नहीं थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के साथ गाड़ी के मालिक को 15 लाख का Compulsory Personal Accident insurance (अनिवार्य व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा) भी मिलता है। इससे सामने वाली गाड़ी के मालिक की मौत या परमानेंट विकलांगता की स्थिति में 15 लाख रुपए तक कंपनी की ओर से मुआवजा मिलता है।

आपको यह भी बताते चलें कि आपकी खुद की गाड़ी को हुए नुकसान का मुआवजा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत कवर नहीं होता है। इसके लिए गाड़ी के मालिक को अलग से Own Damage cover लेना पड़ता है, जोकि कंप्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी लेने पर ही मिलता है।

2. कंप्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी:- Copmrehensive Motor insurance Policy

 कंप्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी को संपूर्ण बीमा पॉलिसी भी कहते हैं। इसमें अगर आपकी गाड़ी से किसी दूसरी गाड़ी, व्यक्ति और संपत्ति को नुकसान का मुआवजा तो बीमा कंपनी द्वारा भरा ही जाता है साथ ही आपकी गाड़ी को हुए नुकसान की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है। यानी कि आपको Third Party Insurance and Own damage cover दोनों का फायदा कंप्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी से मिलता है।

कौन-कौन से बैंक का महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस

अगर आप हाल ही में अपने व्हीकल का इंश्योरेंस करवाने की सोच रहे हैं तो जरा सोच समझकर बैंक या बीमा कंपनी का चयन करें। क्योंकि अभी एक जून 2022 से कुछ बैंकों की व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी महंगी हो गई है।

अगर आप भारतीय स्टेट बैंक ,एक्सिस बैंक और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के कस्टमर हैं,या इन बैंकों की व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि जून से कौन-कौन से बैंक का महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस।

क्या जून से थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ेगा

जैसे कि काफी पहले से ही यह आम चर्चा थी कि महंगाई को देखते हुए कुछ बीमा कंपनियां अपने व्हीकल इंश्योरेंस के प्रीमियम को जून 2022 में बढ़ाएंगी। हुआ भी ऐसा, कि अब भारतीय स्टेट बैंक ,एक्सिस बैंक,और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने अपने व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी में वृद्घि कर दी है।

चर्चा तो यह भी है किजल्द ही अलग-अलग कैटेगरी के व्हीकल्स के लिए थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम भी बढऩे वाला है। किसी भी मोटर वाहन के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराना कानूनन जरूरी है। आइए हम आपको बताते हैं कि आपको 1 जून 2022 के बाद अपनी जेब कितनी ढ़ीली करनी पड़ेगी :-

एक्सिस बैंक के सर्विस चार्ज में कितनी होगी बढ़ोतरी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक्सिस बैंक ने सैलरी और सेविंग अकाउंट होल्डर्स के लिए सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) रिक्वायरमेंट को संशोधित कर 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया है।

टू-व्हीलर्स का मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम कितना हुआ महंगा

जहां तक टू-व्हीलर के लिए प्रीमियम की दरों की बात है इनमें 150 सीसी से 350 सीसी तक के टू-व्हीलर के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम 1366 रुपये होगा, वहीं 350 सीसी से ज्यादा कैपेसिटी वाले टू-व्हीलर के लिए यह दर 2,804 रुपये तय की गई है।

इसी प्रकार, टू-व्हीलर के लिए 5 साल के सिंगल प्रीमियम के रेट की बात करें तो यह 75 सीसी तक कैपेसिटी वाले टू-व्हीलर के लिए 2,901 रुपये है।  इसके अलावा, 75 से 150 सीसी तक के टू-व्हीलर के लिए 3,851 रुपये, 150 से 350 सीसी तक के टू-व्हीलर के लिए 7,365 रुपये और 350 सीसी से ज्यादा क्षमता वाले दोपहिया वाहन के लिए 5 साल का सिंगल प्रीमियम 15,117 रुपये किया गया है।

आपको यह भी बताते चलें कि भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपने होम लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) को 40 आधार अंकों से बढ़ाकर 7.05 प्रतिशत कर दिया गया है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक बढ़ी हुई ब्याज दरें 1 जून, 2022 से लागू हो गई हैं।

1 जून 2022 से फोर-व्हीलर्स के लिए मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम कितना होगा

केंद्र सरकार के सडक़ परिवहन और हाईवे मंत्रालय की तरफ से जारी एक गजट नोटिफिकेशन के मुताबिक 1 जून 2022 से लागू नई दरें इस प्रकार होंगी कि 1000 सीसी या उससे कम इंजन की क्षमता वाली प्राइवेट कार के थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस के लिए अब साल में 2094 रुपये प्रीमियम देना होगा, जबकि अब तक 2072 रुपये देने होते थे।

इसी प्रकार, 1000 सीसी से 1500 सीसी तक इंजन की कैपेसिटी वाली प्राइवेट कारों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम 3221 रुपये से बढ़ाकर 3416 रुपये किया गया है और 1500 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाले प्राइवेट वाहनों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम 7890 रुपये से बढ़ाकर 7897 रुपये तय किया गया है।

India Post Payments Bank में ये सुविधाएं हुई महंगी

केंद्र सरकार के नए नियमों के मुताबिक इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सर्विस चार्ज (AePS) पेश किया है। इसका इश्युअर ट्रांजेक्शन शुल्क 15 जून, 2022 से प्रभावी होंगे। हर माह के पहले तीन  AePS Issuer ट्रांजेक्शन, जैसे कैश विदड्रॉल, कैश डिपॉजिट और मिनी स्टेटमेंट एक लिमिट तक मुफ्त होंगे।

इस लिमिट से अधिक, कैश विदड्रॉल और कैश डिपॉजिट पर प्रति लेनदेन 20 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा और मिनी स्टेटमेंट लेनदेन पर 5 रुपये प्लस जीएसटी प्रति लेनदेन शुल्क लिया जाएगा।

दोस्तो, हमने इस लेख के माध्यम से हमने आपके जिज्ञासा भरे कई सवालों का जवाब देने का प्रयास किया है कि क्यों इतना महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस, आखिर जून में ही क्यों महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस और कब से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस। इसमें अगर कुछ सुझाव है तो आप मुझे भेज सकते हैं ताकि अगले लेख में सुधार कर सकूं।

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कब से महंगा हुआ व्हीकल इंश्योरेंस

From June 1, 2022

What are Top 10 Car Insurance Companies in India.

There are plenty of good car insurance companies in India. Currently, HDFC ERGO has one of the largest lists of network garages across the country. some of them are…HDFC ERGO Car Insurance.
1.Edelweiss Car Insurance.
2.Bharti AXA Car insurance.
3.Digit Car Insurance.
4.Future Generali Car Insurance.
5. Reliance Car Insurance.
6.Bajaj Allianz Car insurance.
7. IFFCO Tokio Car Insurance……Etc.

Which is best company for car insurance in India?

List of best car insurance companies in India : –
Car Insurance Company
Motor Incurred Claim Ratio (2020-21)
ICICI Lombard Insurance Policy
65.77%
Bajaj Allianz General Insurance Company Limited
68.06%
SBI General Insurance Company Limited
68.10%
HDFC ERGO General Insurance Company Limited
70.02%

Which type of car insurance is best ?

Taking a comprehensive car insurance cover is always advisable as it provides complete protection of not only someone else’s car like a Third-Party car insurance, but also the Own damages to your car, as well as any injury to the owner driver.

Why is vehicle insurance necessary ?

The vehicle is protected from accidental damages, natural calamities, man-made disasters, in-transit damages, etc. Additionally, the owner-driver of the insured vehicle is offered personal accident cover that protects him/her from accidental injuries or death.

Is Indian car insurance compulsory ?

Taking Third Party Liability (TPL) car insurance coverage is mandatory in India. The TPL policy covers you against the legal ramifications of an accident caused by you.

What is the new rule of vehicle insurance in India ?

Own Damage Vehicle Insurance Rules To Be Changed From 1st August. In India, it is mandatory to have at least third-party vehicle insurance before plying it on the roads. The compliance for this mandate is not much but it does not provide any cover for own vehicle damage.

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