पुलित्ज़र पुरस्कार Pulitzer Prize पाने वाले चार भारतीय कौन हैं / When will 2023 Pulitzer Prizes be announced

  • पुलित्जर अवार्ड क्या है? What is Pulitzer Prize
  • पुलित्जर अवार्ड किसको दिया जाता है? Who got the Pulitzer Prize 2022
  • पुलित्जर अवार्ड किस क्षेत्र में दिया जाता है? In which field Pulitzer Prize given
  • पुलित्जर अवार्ड किस देश द्वारा दिया जाता है? which country award the Pulitzer Prize
  • पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति कौन हैं ?
  • When was 2023 Pulitzer Prizes announced

दानिश सिद्दीक़ी समेत 4 भारतीयों ने जीता पत्रकारिता का ‘सबसे बड़ा’ अवार्ड

इसमें चार भारतीय पत्रकारों के नाम आए हैं तब से पुलित्जर पुरस्कार के लिए देश में चर्चा तेज हो गई है। जैसे ही 9 मई 2022 को पुलित्जर पुरस्कार की घोषणा हुई तो भारत में इसका जिक्र होना स्वाभाविक था और लोगों की इस बात को लेकर जिज्ञासा तेज हो गई कि जिन 4 भारतीय पत्रकारों को Pulitzer Puraskar मिला है, वे कौन हैं और उनका जीवन परिचय क्या है ? 4 Indian Journalists Win the Prestigious Pulitzer Prize


कब शुरू हुआ है पुलित्जर Award ?


हमने जब पुलित्जर पुरस्कार के विषय में खोजबीन शुरू की तो पता चला कि पुलित्जर पुरस्कार वर्ष 1917 में प्रारम्भ किया गया। पुलित्जर पुरस्कार Pulitzer Prize संयुक्त राज्य अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रदान किया जाता है।

इसकी स्थापना हंगरी मूल के अमेरिकी प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर ने की थी तथा सम्प्रति इसका काम कोलम्बिया विश्वविद्यालय देखता है।

किन-किन 4 भारतीय पत्रकारों को Pulitzer Prize 2022 मिला है?

Pulitzer Award 2022 anounced: 4 Indian journalists receive top prize : आपकी जिज्ञासा को शांत करते हुए हम बताना चाहेंगे कि वर्ष 2022 के पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize 2022) के विजेताओं की घोषणा की गई है .

इस बार तीन भारतीय पत्रकारों अदनान आबिदी (Adnan Abidi), सना इरशाद मट्टू (Sanna Irshad Mattoo) और अमित दवे (Amit Dave) को पुलित्जर पुरस्कार Pulitzer Purskar 2022 मिला है जबकि रॉयटर्स के दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी photo journalist Danish Siddiqui को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है।

हमारे देश के इन चारों पत्रकारों की सफलता पर ये शेर कहा जा सकता है :-

संघर्ष की आग में जो हर पल
सोने सा खुद को तपाते हैं,
कामयाबी उन्हीं को मिलती है
वही इतिहास रचाते हैं।


विश्व में पत्रकारिता का सबसे बड़ा अवार्ड कौन-सा है?

पत्रकारिता के क्षेत्र में पुलित्जर award को विश्व में सबसे बड़ा अवार्ड कहा जाता है। गर्व की बात है कि इस बार भारत के चार पत्रकारों को पुलित्जर अवार्ड मिला है। इनमें अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू और अमित दवे को भारत में कोविड के समय ली गई फोटोज के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है .

एक जाने-माने पत्रकार दिवंगत दानिश सिद्दीकी ने पिछले साल अफगान सेना और तालिबान के बीच संघर्ष की रिपोर्टिंग करने के दौरान अपनी जान गंवा दी थी, उनकी इसी बहादुरी के लिए ही उन्हें इस सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।

आपको यह भी बता दें कि पत्रकार दानिश सिद्दीकी को वर्ष 2018 में भी फीचर फोटोग्राफी के लिए भी पुलित्जर पुरस्कार मिल चुका है।

कौन है पुलित्जर पुरस्कार के विजेता जर्नलिस्ट अदनान आबिदी ?

कहां से है अदनान आबिदी ? Who is Adnan Abidi

Adnan Abidi
Adnan Abidi

प्रसिद्घ पत्रकार अदनान आबिदी भारत में नई दिल्ली में एक फोटोग्राफर हैं। वह जानी-मानी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के फोटो-जर्नलिस्ट हैं और उनको इस बार Pultzer Award 2022 का अवार्ड मिला है। जर्नलिस्ट अदनान आबिदी ने कब शुरूआत की फोटोग्राफी की? मन में यह प्रश्न उठना भी स्वाभाविक है।

आपको इनके कार्य के बारे में बता दें कि अदनान ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1997 में एक डार्करूम असिस्टेंट के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने पैन-एशिया न्यूज एजेंसी, इंडो फोटो न्यूज और प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया में काम किया और अंतत: रॉयटर्स के लिए एक स्ट्रिंगर के रूप में काम करना शुरू किया और बाद में प्रमोशन मिलने पर वे स्टॉफर बने।

उन्होंने अपने करियर के दौरान कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना किया है। पत्रकार अदनान आबिदी ने वर्ष 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान का कंधार अपहरण, वर्ष 2004 में हिंद महासागर में आए भूकंप और सुनामी, वर्ष 2005 में कश्मीर भूकंप, वर्ष 2011-2012 में मालदीव राजनीतिक संकट, वर्ष 2013 में उड़ीसा में चक्रवात फेलिन,वर्ष 2015 नेपाल भूकंप और वर्ष 2016 में बांगला देश की राजधानी ढाका में हुए हमले तथा वर्ष 2017 में अदनान आबिदी ने रोहिंग्याओं के पलायन को फोटो-जर्नलिस्ट के तौर पर कवर किया था, उनके ये फोटोग्राफ पूरी दुनिया में चर्चित हुए थे।

प्रसन्नता की बात है कि अदनान आबिदी और उनके सहयोगी दानिश सिद्दीकी रॉयटर्स के फोटोग्राफी स्टॉफ के हिस्से के रूप में फीचर फोटोग्राफी के लिए Pulizer Puruskar जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।

उन्होंने अपने कवरेज के लिए ब्रेकिंग न्यूज फोटोग्राफी के लिए वर्ष 2020 पुलित्जर पुरस्कार जीता था। इसमें उन्होंने वर्ष 2019-20 में हांगकांग में हुए विरोध प्रदर्शन को अपनी फोटोग्राफी से कवर किया था।

किस फोटोग्राफी के लिए अदनान आबिदी को पुलित्जर पुरस्कार Pulitzer Award मिला ?

पत्रकारिता को सर्वश्रेष्ठ अवार्ड माना जाने वाला पुलित्जर पुरस्कार 2022 अदनान आबिदी को मिलने पर लोग यह भी जानना चाहेंगे कि किस फोटोग्राफ के लिए अदनान आबिदी को पुलित्जर पुरस्कार मिला है ?

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हम सबको पता है कि कोविड-19 ने पूरी दुनिया के हालात बदल दिए थे। सब कुछ उलट-पुलट कर दिया था, मानवता का जीवन संकट में पड़ गया था। उस कोरोना महामारी के कारण उपजी परिस्थितियों को अदनान आबिदी ने अपने कैमरे के माध्यम से ऐसा क्लिक किया कि इस फोटो ने अमेरिका समेत पूरे विश्व को चकित कर दिया।

अदनान ने ऐसा फोटो लिया कि वह कोविड के हालातों को बयां करता नजर आया। पत्रकारिता के क्षेत्र में कहा जाता है कि एक फोटो 2 हजार शब्दों के बराबर होता है, पत्रकार जो संदेश अपनी लेखनी के माध्यम से नहीं दे पाते ,कई बार एक फोटो सब-कुछ कह देता है। कोरोना की कवरेज के लिए ही अदनान आबिदी को पुलित्जर पुरस्कार मिला है।

कौन हैं पुलित्जर पुरस्कार 2022 की विजेता जर्नलिस्ट सना इरशाद मट्ट? Who is Journalist Sna Irshad Matoo ?

Sna Irshad Matoo

पत्रकारिता के क्षेत्र में पहले पुरूष प्रधानता होती थी, परंतु पिछले दो दशकों से जर्नलिज्म में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। अब महिलाएं भी पत्रकारिता के क्षेत्र में धूम मचा रही है और टीवी में अपनी आवाज के जादू से और अखबारों में अपनी पैनी कलम की धार से खूब जलवा बिखेर रही हैं।

आम पाठकों को मैं बता दूं कि मीडिया में वेतनभोगी पत्रकारों के अलावा फ्रीलांस पत्रकार भी होते हैं जिनको उनके फोटो या न्यूज की एवज में पैसे मिलते हैं।
हाल ही में अमेरिका ने विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार की 9 मई 2022 को घोषणा की तो इनमें भारत के श्रीनगर की रहने वाली फ्रीलांस फोटो जर्नलिस्ट सना इरशाद मट्टïू का नाम भी शामिल था।

सना इरशाद मट्टïू को पुलित्जर पुरस्कार 2022 के लिए फीचर फोटोग्राफी की श्रेणी में अवार्ड मिला है। सना को भी कोविड-19 की कवरेज के लिए रॉयटर एजेंसी के दिवंगत पत्रकार दानिश सिद्दीकी, अमित दवे और अदनान आबिदी के साथ यह पुरस्कार मिला है। सना इरशाद ने यह दिखा दिया है कि अब भारत की महिलाएं जर्नलिज्म के क्षेत्र में भी पुरूषों से किसी भी तरह कम नहीं हैं।

कौन हैं Pulitzer Prize awardee विजेता पत्रकार अमित दवे? Who is Journalist Amit Dave ?

Amit Dave


जी, हां। पुलित्जर पुरस्कार 2022 के विजेता जर्नलिस्ट अमित दवे भी भारतीय पत्रकारों की उस टीम के हिस्सा हैं जिनको इस बार पुलित्जर पुरस्कार 2022 मिला है। वे गुजरात राज्य के अहमदाबाद के रहने वाले हैं। अमित दवे का जन्म भी अहमदाबाद में ही हुआ है।

क्योंकि उनके घर में फोटोग्राफी का माहौल अमित के पिता जी के समय से है, ऐसे में उसका रूझान एवं रूचि भी इसी क्षेत्र में बन गई। पत्रकार अमित दवे के पिता क्या करते हैं? इस बारे में हम बताना चाहेंगे कि अमित दवे के पिता भी एक कैमरा-कलेक्टर और एक फोटोग्राफर हैं। उनके पिता को फोटोग्राफी का शौक था, जो बाद में अपने पेशे में बदल गया।

अमित के पिता के पास कैमरों और तस्वीरों का अच्छा संग्रह है लेकिन वह किसी को भी अपने कैमरे को छूने नहीं देते थे। अमित के अनुसार जब वे बच्चे थे तो उनका कैमरे छूने का मन बहुत करता था। जब उनके पिता बाहर होते थे तो वे कैमरे पर हाथ रखते थे और कभी-कभी कुछ तस्वीरें खींच लेते थे।

कब शुरू हुआ Pultzer Prize विजेता पत्रकार अमित दवे का करियर ?

जर्नलिस्ट अमित दवे का कहना है कि मेरी पहली न्यूज-फोटोग्राफी अहमदाबाद में एक गुजराती समाचार पत्रिका के लिए अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव को कवर करने के लिए असाइनमेंट हुई थी। इसके बाद वर्ष 2004 के हिंद महासागर की सुनामी को कवर करने का कार्य जब अमित दवे को दिया गया तो उसके ऐसे फोटोग्राफ थे कि ऐसा लगता था जैसे अभी बोल पड़ेंगे।

इसी फोटोग्राफी ने अमित दवे को एक बड़ी पहचान दिलवाई। इन फोटोग्राफ्स ने पत्रकारिता के क्षेत्र में सबसे बड़ी छाप छोड़ी थी। यह भारत में आई अपनी तरह की एक बड़ी प्राकृतिक आपदा थी। इसको अमित ने करीब से देखा कि प्रकृति जब रौद्र रूप लेती है तो कितनी भयानक हो सकती है। दक्षिण भार के तमिलनाडु में अमित ने पहली बार ऐसी तबाही देखी और महसूस की।

कौन हैं पुलित्जर पुरस्कार विजेता जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी?

पत्रकारिता के क्षेत्र में जहां ग्लेमर व चकाचौंध लोगों को आकर्षित करती है, वहीं खोजी व गंभीर पत्रकारिता में चुनौतियां भी कम नहीं है। विभिन्न देशों के आपसी युद्घ व आतंकी घटनाओं आदि को कवर करने वाले पत्रकारों को जान का जौखिम भी उठाना पड़ सकता है। फोटो-जर्नलिस्ट के हाथ में पिस्टल या गोला-बारूद्घ की जगह कैमरा होता है। वह मौके की एक्सक्लूसिव फोटो क्लिक करने के लिए हमेशा एक आंख को बंद कर बगुले की तरह ध्यान मग्न रहता है।

Danish Siddiqui


क्या है पर्सनल लाइफ दानिश सिद्दीकी की ?

दानिश सिद्दीकी का जन्म 19 मई 1983 को हुआ था। सिद्दीकी का विवाह एक जर्मन नागरिक राइक से हुआ था। उनके दो बच्चे हैं। हमारे देश के एक ऐसे ही निडर व निर्भिक एवं साहसी पत्रकार थे दानिश सिद्दीकी।

उन्होंने अपने व्यवसाय को प्राथमिकता देते हुए युद्घ में फोटोग्राफी की और एक दिन शहादत को पा गए। दानिश सिद्दीकी भारत में स्थित रॉयटर्स के मुख्य फोटोग्राफर थे और तालिबान की वापसी से पहले अफगानिस्तान में संकट को कवर करते समय 16 जुलाई 2021 को मारे गए थे।

अंतिम समय में वे दिल्ली में फोटो जर्नलिस्ट थे, जो राष्ट्रीय रॉयटर्स मल्टीमीडिया टीम का नेतृत्व करते थे।

विशेष बात यह है कि दानिश को रोहिंग्या का दस्तावेजीकरण करने के लिए रॉयटर्स टीम के हिस्से के रूप में शरणार्थी-संकट नाम के फीचर की फोटोग्राफी के लिए वर्ष 2018 में पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया था।

बड़े दुख की बात है कि यह जांबाज पत्रकार दानिश सिद्दीकी अफगान के सुरक्षा बलों और तालिबानी आंतकी ताकतों के बीच संघर्ष को कवर करते हुए 16 जुलाई 2021 को पत्रकारिता पर कुर्बान हो गया यानि मारा गया।

अमेरिका ने उनके जोश एवं जज्बे का मान रखते हुए मरणोपरांत दानिश सिद्दीकी को पुलित्जर पुरस्कार 2022 मिला है।

दानिश सिद्दीकी का फोटोग्राफी का करियर क्या रहा? Pulitzer prize for photography

पत्रकार दानिश सिद्दीकी का जर्नलिस्ट-फोटोग्राफी का करियर काबिलियत भरा रहा है। सिद्दीकी ने टीवी टुडे नेटवर्क में जाने से पहले हिंदुस्तान टाइम्स के लिए एक संवाददाता के रूप में अपना करियर शुरू किया।

उन्होंने फोटोजर्नलिज़्म में स्विच किया और 2010 में एक प्रशिक्षु के रूप में रॉयटर्स से जुड़ गए। सिद्दीकी ने कई जोखिम भरे असाइनमेंट किए।

उन्होंने अफगानिस्तान युद्ध (2012), मोसुल की लड़ाई (2016-2017) को कवर किया था। इसके बाद अप्रैल 2015 नेपाल भूकंप, 2015 रोहिंग्या शरणार्थी संकट, 2019-2020 हांगकांग विरोध, 2020 दिल्ली दंगे और दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और यूरोप में कई अन्य विशेष कवरेज के अलावा कोविड-19 के हालातों की कवरेज की।

आपको बता दें कि जुलाई 2021 से दानिश सिद्दीकी तालिबान के आक्रमण का दस्तावेजीकरण करने के लिए अफगान के विशेष बलों के साथ एक एम्बेडेड पत्रकार के रूप में सेवा कर रहा था, जो उसका अंतिम कार्य था।


कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी ?

वर्ष 2018 में अदनान आबिदी के साथ फीचर फोटोग्राफी के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले दानिश सिद्दीकी पहले भारतीय बने। इसके अलावा उनको संस्कृति श्रेणी में वर्ष 2013 में सोनी वल्र्ड फोटोग्राफी अवाड्र्स तथा हाल ही में आयोजित हांगकांग में 25 वें मानवाधिकार प्रेस पुरस्कार 2021 भी जीता था। इसी प्रकार,29 दिसंबर 2021 को दानिश सिद्दीकी को मुंबई प्रेस क्लब द्वारा मरणोपरांत 2020 के लिए ‘द जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया गया।

पत्रकारिता में पुलित्जर पुरस्कार 2022 विजेताओं की पूरी सूची-

ब्रेकिंग न्यूज़ रिपोर्टिंग के लिए

विजेता: फ्लोरिडा में समुद्र तट अपार्टमेंट टावरों के ढहने को कवरेज करने के लिए मियामी हेराल्ड के कर्मचारी को दिया गया. 

सार्वजनिक सेवा

विजेता:  6 जनवरी 2021 कैपिटल हिल पर हमला के लिए वाशिंगटन पोस्ट को

व्याख्यात्मक रिपोर्टिंग

विजेता: क्वांटा पत्रिका के कर्मचारी, विशेष रूप से नताली वोल्चोवर, इनको वेब स्पेस टेलीस्कोप कैसे काम करता है, इस पर रिपोर्टिंग के लिए दिया गया अवॉर्ड

स्थानीय रिपोर्टिंग

विजेता: बेटर गवर्नमेंट एसोसिएशन के मैडिसन हॉपकिंस और शिकागो ट्रिब्यून के सेसिलिया रेयेस को शिकागो के अधूरी भवन और अग्नि सुरक्षा संबंधी रिपोर्टिंग के लिए

खोजी रिपोर्टिंग

विजेता: रेबेका वूलिंगटन के कोरी जी. जॉनसन और टैम्पा बे टाइम्स के एली मरे, इन्हें  फ्लोरिडा के एकमात्र बैटरी रीसाइक्लिंग प्लांट के अंदर अत्यधिक जहरीले खतरों को उजागर करने के लिए अवार्ड मिला दिया गया.

राष्ट्रीय रिपोर्टिंग

विजेता: द न्यूयॉर्क टाइम्स के कर्मचारी

अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टिंग

विजेता: द न्यूयॉर्क टाइम्स के कर्मचारी

फीचर लेखन

विजेता: द अटलांटिक के जेनिफर सीनियर

फीचर फोटोग्राफी

विजेता: अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू, अमित दवे और रॉयटर्स के दिवंगत दानिश सिद्दीकी, भारत में कोरोना समय में फोटो के लिए मिला सम्मान

कॉमेंट्री

विजेता: मेलिंडा हेनेबर्गर

आलोचना

विजेता: सलामिशा टिलेट, द न्यूयॉर्क टाइम्स

इलस्ट्रेटेड रिपोर्टिंग और कमेंट्री

विजेता: फहमीदा अजीम, एंथोनी डेल कर्नल, जोश एडम्स और वॉल्ट हिक्की

ऑडियो रिपोर्टिंग

विजेता: फ्यूचूरो मीडिया और पीआरएक्स के कर्मचारी

जीवनी

विजेता: चेजिग मी टू माई ग्रेव

कविता

विजेता: फ्रैंक: सॉनेट्स, डायने सीस द्वारा

सामान्य गैर-कथा

विजेता: अदृश्य बच्चा: एक अमेरिकी शहर में गरीबी, जीवन रक्षा और आशा, एंड्रिया इलियट द्वारा

संगीत

विजेता: रेवेन चाकोन, वॉयसलेस मास के लिए

उपन्यास

विजेता: द नेतन्याहूस, लेखक- जोशुआ कोहेन

नाटक

विजेता: फैट हैम, जेम्स इजामेसो द्वारा

When was 2023 Pulitzer Prizes announced

2023 Pulitzer Prizes : The 2023 Pulitzer Prizes was announced by Administrator Marjorie Miller via livestream at 3 p.m. Eastern time on May 8.

Who are members of Pulitzer Prize Board 2022-2023

This Board will preside over the judging process that results in the 2023 winners and finalists.

  • Neil Brown and Tommie Shelby, co-chairs; Marjorie Miller, administrator
  • Elizabeth Alexander, President, Andrew W. Mellon Foundation, New York, NY
  • Anne Applebaum, Author and Staff Writer, The Atlantic
  • Nancy Barnes, Editor, The Boston Globe
  • Lee C. Bollinger, President, Columbia University
  • Neil Brown, President, Poynter Institute for Media Studies, St. Petersburg, FL
  • Nicole Carroll, Editor in Chief, USA Today, McLean, VA
  • Sewell Chan, Editor in Chief, The Texas Tribune
  • Jelani Cobb, Dean, Graduate School of Journalism, Columbia University
  • Gabriel Escobar, Editor and Senior Vice President, The Philadelphia Inquirer
  • Carlos Lozada, Opinion Columnist, The New York Times
  • Kelly Lytle Hernandez, Professor of History, African American Studies & Urban Planning and Thomas E. Lifka Chair of History, University of California, Los Angeles
  • Kevin Merida, Executive Editor, Los Angeles Times
  • Marjorie Miller, Administrator, The Pulitzer Prizes, Columbia University
  • Viet Thanh Nguyen, University Professor, Aerol Arnold Chair of English and Professor of English, American Studies and Ethnicity and Comparative Literature, University of Southern California
  • Emily Ramshaw, Co-Founder and CEO, The 19th
  • David Remnick, Editor and Staff Writer, The New Yorker
  • Tommie Shelby, Caldwell Titcomb Professor of African and African American Studies and of Philosophy, Harvard University
  • Ginger Thompson, Chief of Correspondents and Deputy Managing Editor, ProPublica

History Pulitzer Prize in Hindi

पुलित्जर पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका में पत्रकारिता, साहित्य और संगीत में उत्कृष्टता के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। 1917 में हंगरी-अमेरिकी समाचार पत्र के प्रकाशक और पत्रकार जोसेफ पुलित्जर द्वारा स्थापित, पुरस्कार पत्रकारिता और कला में उत्कृष्ट उपलब्धियों का सम्मान करता है।

जोसेफ पुलित्जर का जन्म 1847 में हंगरी में हुआ था और 1864 में संयुक्त राज्य अमेरिका में आ गया। वह एक सफल समाचार पत्र प्रकाशक और संपादक बन गया, जो अपनी खोजी पत्रकारिता और मजदूर वर्ग की वकालत के लिए जाना जाता है।

अपनी वसीयत में, उन्होंने पुलित्जर पुरस्कार स्थापित करने के लिए पैसे छोड़े, जो पत्रकारिता, साहित्य और संगीत में उपलब्धियों के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा।

पहला पुलित्जर पुरस्कार 1917 में प्रदान किया गया था, और पहले प्राप्तकर्ताओं में संपादकीय लेखन के लिए न्यूयॉर्क ट्रिब्यून, मैक्सिकन क्रांति के कवरेज के लिए न्यूयॉर्क इवनिंग पोस्ट, और लौरा ई. रिचर्ड्स, मौड एच. इलियट और फ्लोरेंस होवे हॉल शामिल थे। जूलिया वार्ड होवे की उनकी जीवनी के लिए।

वर्षों से, पत्रकारिता के अन्य रूपों, जैसे फोटोग्राफी और ऑनलाइन रिपोर्टिंग, साथ ही गैर-कथा, कथा, नाटक और संगीत को शामिल करने के लिए पुरस्कार श्रेणियों का विस्तार हुआ है।

पुलित्जर पुरस्कार पत्रकारिता और कला में उपलब्धि का एक अत्यधिक सम्मानित प्रतीक बन गया है। पुलित्जर पुरस्कार जीतना एक पत्रकार या कलाकार के करियर को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा दे सकता है और महत्वपूर्ण मुद्दों और विषयों पर ध्यान आकर्षित कर सकता है।

विविधता की कमी के लिए पुरस्कार की आलोचना भी की गई है, जिसमें कई विजेता संभ्रांत संस्थानों के गोरे लोग हैं। हाल के वर्षों में, पुलित्जर बोर्ड ने अपने न्यायाधीशों और विजेताओं के बीच विविधता बढ़ाकर इन चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया है।

आज, पुलित्जर पुरस्कार 21 श्रेणियों में सालाना दिया जाता है, जिसमें $ 15,000 से $ 100,000 तक के पुरस्कार होते हैं। विजेताओं का चयन पत्रकारों, विद्वानों और कलाकारों के एक बोर्ड द्वारा किया जाता है, जो प्रविष्टियों को उनकी गुणवत्ता, सटीकता और प्रभाव के आधार पर आंकते हैं।

पुलित्जर पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में पत्रकारिता और कलात्मक उत्कृष्टता का प्रतीक बन गया है, और इसके विजेताओं में पत्रकारिता, साहित्य और संगीत के कुछ सबसे उल्लेखनीय नाम शामिल हैं।

FAQ : प्रश्न 1. पुलित्जर पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय कौन थे?

उत्तर- गोविंद बिहारी लाल

प्रश्न 2. पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले पहले पत्रकार कौन थे?

उत्तर- हर्बर्ट बायर्ड स्वोप, जो दैनिक न्यूयॉर्क वल्र्ड में काम करते थे, उनको 10 अक्टूबर, 15 अक्टूबर और 4 नवंबर से 22 नवंबर, 1916 तक ‘इनसाइड द जर्मन एम्पायर’ शीर्षक से प्रकाशित लेखों के लिए अवार्ड मिला है।

प्रश्न 3. पुलित्जर पुरस्कार विजेता को कितना पैसा मिलता है? पुलित्जर पुरस्कार की कितनी श्रेणी हैं?

उत्तर- पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं को जीतने पर क्या मिलता है? पुलित्जर पुरस्कार की 22 श्रेणियां हैं। उन श्रेणियों में से 21 में विजेताओं को 15,000 डॉलर का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। लेकिन पत्रकारिता की लोक सेवा श्रेणी में केवल स्वर्ण पदक से ही सम्मानित किया जाता है।

प्रश्न 4. क्या है पुलित्ज़र अवॉर्ड और इसे किन क्षेत्रों में कार्य के लिए दिया जाता है ?

उत्तर- पुलित्जर पुरस्कार समाचार पत्र और ऑनलाइन पत्रकारिता, साहित्य और संगीत रचना में उपलब्धियों के लिए एक अमेरिकी पुरस्कार है। यह 1917 में अमेरिकी (हंगेरियन में जन्मे) प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर की वसीयत के प्रावधानों द्वारा स्थापित किया गया था, और न्यूयॉर्क शहर में कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा प्रशासित है।

प्रश्न 5. पुलित्जर का क्या अर्थ है ?

उत्तर- पुलित्जर ‘पुलित्जर पुरस्कार’ का एक संक्षिप्त नाम है, जो पत्रकारिता, फोटो जर्नलिज्म, फिक्शन और नॉनफिक्शन किताबों, नाटक, कविता और संगीत में उत्कृष्टता के लिए दिए जाने वाले वार्षिक पुरस्कारों में से एक है। लेखकों और कलाकारों के साथ-साथ समाचार प्रकाशनों को भी कुछ पुरस्कार दिए जाते हैं।

प्रश्न 6. पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति कौन हैं ?


उत्तर- पहले तो क्रॉस्बी नाम के 23 वर्ष के युवा, पुलित्जर पुरस्कार प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे ,परंतु बाद में वर्ष 1996 में स्टेफऩी वेल्श की 22 साल की उम्र में दूसरी सबसे कम उम्र की पुरस्कार विजेता बन गईं।

प्रश्न. 7.चार बार पुलित्जर पुरस्कार किसे मिला?

उत्तर- यूजीन ओ’नील एक नाटककार था, उसको चार बार पुलित्जर पुरस्कार मिला है।

who won Pulitzer prize 2022 fiction ?

Joshua Cohen won the Pulitzer Prize 2022 for Fiction for his book ‘The Netanyahus’. The story is inspired from the popular critic and professor Harold Bloom’s personal experience of being a chaperone to Benjamin Netanyahu’s father in the 1960s.

Who won Pulitzer prize 2022 in feature photography

भारतीय पत्रकारों अदनान आबिदी (Adnan Abidi), सना इरशाद मट्टू (Sanna Irshad Mattoo) और अमित दवे (Amit Dave) को पुलित्जर पुरस्कार Pulitzer Purskar 2022 मिला है जबकि रॉयटर्स के दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी photo journalist Danish Siddiqui को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है।

Who won most Pulitzer prizes?

The New York Times has won 132 Pulitzer Prizes. It won its first award in 1918, and has since won more Pulitzer prizes than any other organization.

Who won first Pulitzer Prize?

The History Prize was awarded to Jean Jules Jusserand, the celebrated French ambassador to the United States who had lobbied the Wilson administration to enter the war for several years. Led by Williams, the journalism jury failed to identify suitable candidates in the Public Service category.

Which writer received the Pulitzer Prize four time?

Robert Frost, winner of four Pulitzer prizes, died in his sleep early yesterday morning at the age of 88 in Peter Bent Brigham Hospital.

Which writer has won two Pulitzer prizes in the biography category ?

Burton J. Hendrick . Repeat winners.
Ten people have won the Pulitzer for Biography or Autobiography twice: Burton J. Hendrick, 1923, 1929. Allan Nevins, 1933, 1937.

What are the criteria for the judging of The Pulitzer Prizes ?

There are no set criteria for the judging of the Prizes. The definitions of each category (see How to Enter or Administration page) are the only guidelines. It is left up to the nominating juries and the Pulitzer Prize Board to determine exactly what makes a work “distinguished.”

Who designed the Pulitzer Prize gold medal ?

The medal was designed by sculptor Daniel Chester French.

Who was the only U.S. president to be awarded a Pulitzer Prize ?

John F. Kennedy was awarded the 1957 Pulitzer Prize in Biography for his book Profiles in Courage.

How do I contact the Pulitzer Prize office ?

Who got Pulitzer Prize in Investigative Reporting 2021

Vernal Coleman, Evan Allen, Matt Rocheleau, Laura Crimaldi and Brendan McCarthy accept the 2021 Pulitzer Prize for Investigative Reporting from Columbia University President Lee Bollinger. (Jose Lopez/The Pulitzer Prizes)

Who got Pulitzer Prize in Investigative Reporting 2022

Corey G. Johnson, Rebecca Woolington and Eli Murray of the Tampa Bay Times got Pulitzer Prize in Investigative Reporting 2022 .

How to submit for Pulitzer Prize 2023 ?

The 2023 Drama and Music competitions accepting submissions date was January 2023. All entry materials must be uploaded to the Books, Drama and Music entry site, where the required entry form and $75 handling fee must also be remitted. details is here ….

Who can apply for Pulitzer Prize ?

While all entries must be submitted through the Pulitzer entry site (www.pulitzer.org), the applicant may be an editor of a news organisation, an individual journalist or a reader. To be eligible for consideration, work must derive from a US newspaper, magazine, wire service or news site that publishes regularly.

What is the last date of 2023 Pulitzer Prize Competition in Journalism

Last date of 2023 Pulitzer Prize Competition was January 25, 2023 .

What are the categories in Journalism for Pulitzer Prize 2023

Public Service (1917-present)
Breaking News Reporting (1998-present)
Investigative Reporting (1985-present)
Explanatory Reporting (1998-present)
Local Reporting (1948-1952, 2007-present)
National Reporting (1948-present)
International Reporting (1948-present)
Feature Writing (1979-present)
Commentary (1973-present)
Criticism (1973-present)
Editorial Writing (1917-present)
Illustrated Reporting and Commentary (2022-present)
Breaking News Photography (2000-present)
Feature Photography (1968-present)
Audio Reporting (2020-present)

What are the categories of Letters, Drama & Music for Pulitzer prize

Fiction (1948-present)
Drama (1917-present)
History (1917-present)
Biography (1917-present)
Poetry (1922-present)
General Nonfiction (1962-present)
Music (1943-present)

क्या वर्ष 2023 में किसी भारतीय को पुलित्ज़र अवार्ड मिला है ?

नहीं वर्ष 2023 में किसी भी भारतीय व्यक्ति को पुलित्ज़र अवार्ड नहीं मिला है

निष्कर्ष : दोस्तो , आपको यह आर्टिकल कैसा लगा, यह कॉमेंट करके अवश्य बताएं। कोई भी व्यक्ति सौ प्रतिशत पूर्ण नहीं होता, हर एक व्यक्ति में कुछ न कुछ कमी अवश्य होती है, बस फर्क यह है कि वे कमियों स्वयं को पता नहीं चलती। अगर इस आर्टिकल में आपको कुछ कमी महसूस हुई है तो मुझे मार्गदर्शन करें ताकि आगे के आर्टिकल में सुधार कर सकूं। मैं इसको आलोचना नहीं, बल्कि मेरी लेखन-शैली में सुधार के लिए आपका सुझाव समझूंगा। अगर अच्छा लगा है तो वह भी बताएं ताकि मेेरा हौंसला बढ़े।

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