Biography of Dr Temsula Ao /तेमसुला आओ का जीवन परिचय, साहित्यिक उपलब्धि 2022

तेमसुला आओ ( Dr Temsula Ao) का जीवन परिचय, साहित्यिक उपलब्धि : दोस्तों ,तेमसुला आओ ( Dr Temsula Ao )अंग्रेज़ी भाषा की एक जानी-मानी कवयित्री, कथाकार और वाचिक संग्रहकर्ता (एथनोग्राफर) थी। उनका 9 अक्टूबर 2022 की रात को निधन हो गया। वे 76 की थी।

Dr .Temsula Ao
Dr .Temsula Ao

तेमसुला आओ ( Dr Temsula Ao ) शिलांग की नॉर्थ ईस्टर्न हिल युनिवर्सिटी (एनईएचयू) से अंग्रेजी की सेवानिवृत्त प्रोफेसर थी। वहां उन्होंने 1975 में अध्यापक के तौर पर अपना जीवन सफर शुरू किया था। वर्ष 2013 में साहित्य अकादमी ने उनके अंग्रेजी कहानी संग्रह लबरनम फ़ॉर माइ हेड को अकादमी पुरस्कार से नवाजा था। वे नागालैंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष थी।

तेमसुला आओ को साहित्य में विशिष्टता के लिए नागालैंड के राज्यपाल पुरस्कार, मेघालय के राज्यपाल के स्वर्ण पदक और अन्य सम्मानों के बीच साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।

कई अवार्ड मिले हैं तेमसुला आओ को

डॉ. तेम्सुला आओ ( Dr Temsula Ao ), जो पूर्वोत्तर में एक प्रमुख साहित्यिक आवाज के रूप में जानी जाती थीं, उन्हें 2007 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन का लगभग आधा हिस्सा शिलॉन्ग की प्रसिद्ध नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (एनईएचयू) में पढ़ाया था।

टेम्सुला वहां से 2010 में अंग्रेजी के प्रोफेसर और स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड एजुकेशन एनईएचयू के डीन के रूप में सेवानिवृत्त हुईं थी। वे जानी -मानी साहित्यकार थी ,उनकी साहित्यिक कृतियों का जर्मन और फ्रेंच के साथ-साथ हिंदी, असमिया और बंगाली में अनुवाद किया गया है।

तेमसुला आओ का जीवन-परिचय/ Biography of ( Dr Temsula Ao )

दोस्तों , साहित्यकार तेमसुला आओ का जन्म अक्टूबर 1945 में असम के जोरहाट में हुआ। उनके पिता इनामहथोंगबा चांगकीरी जोरहाट स्थित बड़भिट्टा ईसाई अस्पताल में सुपरवाइजर थे। मां नोक्सिंटेम्ला लॉन्गकूमर हाउसवाइफ थीं।

इन्होने बचपन से दुखों का सामना करना पड़ा था। इनके छोटे भाई के जन्म के थोड़े ही दिनों बाद कुछ महीनों के अंतराल पर उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई थी। मैट्रिक की पढ़ाई के दिनों में डॉ. तेमसुला आओ की शादी हो चुकी थी, पति के साथ ज्यादा निभ नहीं पाई जिसके कारन आगे चलकर इनका पति के साथ अलगाव हो गया।

तेमसुला आओ की शिक्षा कहाँ हुई

तेमसुला आओ ( Dr Temsula Ao ) ने अपनी आरंभिक शिक्षा के बाद रीगावे गर्ल्स हाई स्कूल, गोलाघाट, असम से मैट्रिक तक की पढ़ाई की और फजल अली कॉलेज, मोकोचुंग, नागालैंड से बी.ए. का अध्ययन विशिष्ट अंकों के साथ पूरा किया।

गुवाहाटी विश्वविद्यालय, असम से अंग्रेजी में एम.ए. करने के बाद टेम्सुला ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज (वर्तमान में इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी) हैदराबाद से अंग्रेजी शिक्षण में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा किया और पीएचडी नॉर्थ ईस्टर्न हिल युनिवर्सिटी से की।

अच्छी बात यह रही कि तेमसुला आओ वर्ष 1985-86 में फुलब्राइट फेलो के रूप में मिनेसोटा विश्वविद्यालय में रहीं तथा वर्ष 1992-97 तक प्रतिनियुक्ति पर पूर्वाेत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, दीमापुर की निदेशक के रूप में कार्य किया।

तेमसुला आओ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बनी

आपको बता दें कि तेमसुला आओ ( Dr Temsula Ao ) को 21 दिसंबर 2012 में नागालैंड सरकार ने उन्हें राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया। वर्ष 2007 में उन्हें पद्मश्री का सम्मान मिला। मेघालय सरकार द्वारा वर्ष 2009 में उन्हें राज्यपाल स्वर्ण पदक से भी विभूषित किया गया।

यह जानकर हैरानी होगी कि Dr Temsula Ao अंग्रेजी साहित्य में पूर्वाेत्तर भारत की एक प्रमुख आदिवासी आवाज मानी जाती रही हैं। उनकी रचनाओं का अनुवाद जर्मन, फ्रेंच, असमिया, बंगाली और हिंदी भाषाओं में हुआ है।

तेमसुला आओ का साहित्य-सृजन

Dr Temsula Ao देश की उन प्रतिभवान लेखिकाओं में शुमार है जिन्होंने साहित्य की प्रायः सभी विधाओं में लेखन कार्य किया है। इन्होने कविता, कहानी, संस्मरण और वाचिक साहित्य (एथनोग्राफी) का संकलन किया है।

Temsula Aoकी सबसे पहले प्रकाशित पुस्तक है ‘सोंग्स दैट टेल’ (कविता संग्रह) जो वर्ष 1988 में छपी थी। इनके पांच कविता संकलन, दो कहानी संकलन, एक वाचिक साहित्य संकलन (एथनोग्राफी) और एक आत्मकथात्मक संस्मरण पुस्तक प्रकाशित हैं। डॉ. आओ ने एक उपन्यास भी वर्ष 2017 में लिखा था .

तेमसुला आओ के कविता संग्रह कौन -कौन से हैं/ Poems of Dr Temsula Ao

  • सोंग्स दैट टेल (राइटर्स वर्कशॉप्स, कोलकोता, 1988)
  • सोंग्स दैट ट्राइ टू से (राइटर्स वर्कशॉप्स, कोलकोता, 1992)
  • सोंग्स ऑफ मेनी मूड्स (कोहिमा साहित्य सभा, 1995)
  • सोंग्स फ्रॉम हियर ऐंड देयर (नॉर्थ हिल्स युनिवर्सिटी, 2003)
  • सोंग्स फ्रॉम द अदर लाइफ (ग्रासवर्क बुक्स, पूणे, 2007)

Dr Temsula Ao के कहानी संग्रह कौन -कौन से हैं ?

दिज हिल्स कॉल्ड होम: स्टोरीज फ्रॉम वार जोन (पेंग्विन, 2006)
लबरनम फॉर माई हेड (पेंग्विन/जुबान, 2009) , तेमसुला आओ ने उपन्यास
आओसेनलाज स्टोरी (जुबान, 2017) लिखा है। जबकि संस्मरण “
वन्स अपोन ए लाइफ: बर्न्ट कर्री एंड ब्लडी रैग्स: ए मेमोयर (जुबान, 2014)” और वाचिक साहित्य (एथनोग्राफी) तथा “द आओ-नागा ओरल ट्रेडिशन (भाषा पब्लिकेशन, बड़ौदा, 1999)” .

तेमसुला आओ को कौन -कौन सा सम्मान मिला/ Awards to Temsula Ao

तेमसुला आओ को वर्ष 2007 पद्मश्री , वर्ष 2009 राज्यपाल स्वर्ण पदक , वर्ष 2003
साहित्य अकादमी अवार्ड और वर्ष 2015 कुसुमाग्रज राष्ट्रीय साहित्य सम्मान मिला। था।

People may ask :

Where was Dr Temsula Ao from ?

Dr. Temsula Ao was born in October 1945 at Jorhat, Assam  and died on october 9,2022 .

Where did Dr Temsula Aao get her education ?

Dr Temsula Ao matriculated from at Ridgeway Girls’ High School, Golaghat. She received her B.A with Distinction from Fazl Ali College, Mokokchung, Nagaland, and M.A in English from Gauhati University, Assam.

What is the theme of Temsula Ao’s short story ” Laburnum for my head ” ?

Dr Temsula Ao write a short story Laburnum for my head . It is about a widow’s fascination for the Laburnum tree (‘Amaltas’ in Hindi) to the extent that she wants it to be planted on her grave instead of having the customary tombstone of marble or granite. The story cocks a snook at all human aspirations of attaining immortality.

What kind of Dr Temsula Ao writing style ?

Many of Dr. Temsula Ao’s poems are also deeply personal and are reminiscent of the kind of Confessional poetry written by the likes of Kamala Das, Anne Sexton, Sylvia Plath, and even W.D. Snodgrass for that matter. Feelings of love, loss, desire, pain, and loneliness find an expression in these poems

Born date of Dr Temsula Ao ?

Dr. Temsula Ao born on 25 October 1945 and died on 9 October 2022 . She was an Indian poet, short story writer and ethnographer

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